
राशि चक्र की यह तीसरी राशि है, इस राशि का प्रतीक युवा दम्पति है, यह
द्वि-स्वभाव वाली राशि है,इसका विस्तार राशि चक्र के 60 अंश से 90 अंश के
बीच है,
मिथुन राशि का स्वामी बुध ग्रह है. इस राशि के तेन द्रेष्काणों के स्वामी बुध-बुध,बुध-शुक्र,और बुध-शनि हैं.इस राशि मे मॄगसिरा नक्षत्र के अंतिम दो चरण,आद्रा नक्षत्र के चार चरण,और पुनर्वसु के तीन चरण आते हैं.
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