कर्क जातकों की प्रवॄति और स्वभाव समझने के लिये हमें कर्क के एक विशेष गुण
की आवश्य ध्यान देना होगा,कर्क केकडा जब किसी वस्तु या जीव को अपने पंजों
के जकड लेता है,तो उसे आसानी से नही छोडता है,भले ही इसके लिये उसे अपने
पंजे गंवाने पडें. कर्क जातकों में अपने प्रेम पात्रों तथा विचारोम से
चिपके रहने की प्रबल भावना होती है,यह भावना उन्हें ग्रहणशील,एकाग्रता,और
धैर्य के गुण प्रदान करती है,उनका मूड बदलते देर नही लगती है,उनके अन्दर
अपार कल्पना शक्ति होती है,उनकी स्मरण शक्ति बहुत तीव्र होती है,अतीत का
उनके लिये भारी महत्व होता है,कर्क जातकों को अपने परिवार में विशेषकर
पत्नी तथा पुत्र के के प्रति प्रबल मोह होता है,उनके बिना उनका जीवन अधूरा
रहता है,मैत्री को वे जीवन भर निभाना जानते हैं,अपनी इच्छा के स्वामी होते
हैं,तथा खुद पर किसी भी प्रकार का अंकुश थोपा जाना सहन नहीं करते,ऊंचे पदों
पर पहुंचते हैं,और भारी यश प्राप्त करते हैं,वो उत्तम
कलाकार,लेखक,संगीतज्ञ, या नाटककार बनते हैं,कुछ व्यापारी या उत्तम
मनोविश्लेषक बनते हैं,अपनी गुप्त विद्याओं धर्म या किसी असाधारण जीवन दर्शन
में वो गहरी दिलचस्पी पैदा कर लेते हैं.
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